वे कौन हैं???
में कौन हूँ यह प्रश्न तो चिर शाश्वत है
लेकिन,
वे कौन हैं
जो मेरे जाने के प्रवाह को रोकते हैं
मैं नहीं जानता
क्या वे भी चल नहीं सकते
साथ साथ
एक परस्पर की उपस्थिति से अनभिज्ञ होते हुए...
मैं चेतनता का ब्रह्माण्ड हूँ.
मुझे मेरे अकेले ब्रह्माण्ड होने के अस्तितित्व
पर कल्पना नहीं करने दे सकते
प्रवाह की सततता अटूट है
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