Friday, October 26, 2007

येन केन प्रकारेण

सफलता
जीवन का गलियारा है
जो सीधे अपने ठौर तक पहुँचता है
और
असफलता?
दल-दल है शायद
जिसमे जीव किच- किच करता
उतरता रहता है
तो
सफलता
जो कि जीवन का एक गलियारा है
और जो सीधे अपने ठौर तक पहुँचता है
उद्देश्य होना चाहिऐ
प्रत्येक जीव का
येन केन प्रकारेण
प्रश्न फिर वही
महाभारत के शाश्वत प्रश्नों का है
कि धर्मं क्या है?
सत्य क्या है?
फिर येन केन प्रकारेण तो
किसी प्रकार भी हो सकता है

सफलता
असत्य के लिए, अधर्म के लिए???

तो
महाभारत के शाश्वत प्रश्नों
के उत्तर के लिए
एक स्पष्ट लकीर
सत्य, असत्य के भी खीचनी होगी
तो
सत्य के लिए भी
येन केन प्रकारेण के साधन जुटाने होंगे
सत्य की सफलता के लिए!

और
सफलता
जो कि जीवन का एक गलियारा है
और सीधे अपने ठौर तक पहुँचता है
ठौर?
क्या सत्य ही?

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